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दोस्तों आज के समय में लोग इतनी पढाई कर रहे हैं अपनी पढ़ाई के ऊपर इतना सारा पैसा खर्च कर रहे हैं वो सिर्फ इसलिए की आने वाले समय में वो एक अच्छी कंपनी में जॉब कर सके लेकिन आज हम जिस शक्स की बात करने वाले हैं उन्होंने पढ़ाई तो मेहनत से की और उसके बाद उन्हें Microsoft जैसी कंपनी में जॉब भी मिल गयी थी लेकिन उन्होंने उस जॉब को छोड़ दिया, और कर दिया खुद का startup, और आज वही startup करोड़ों रुपए की कंपनी बन चुकी है,
Biography of Bhavish Agarwal founder of OLA Cabs
दोस्तों हम बात कर रहे हैं OLA CABS के ceo और founder Mr. Bhavish Agarwal की, Mr. Bhavish Agarwal का जन्म पंजाब के लुधियाना शहर में हुआ था Mr. Bhavish Agarwal जी ने IIT (Indian Institute Of Technology) से कंप्यूटर साइंस से अपना B.Tech 2008 में कम्पलीट किया B.Tech कम्पलीट करने के बाद उन्हें अमेरिका में Microsoft कंपनी में Microsoft research टीम में जॉब मिल गई, Mr. Bhavish Agarwal बचपन से अपना खुद के बिज़नेस के बारे में सोचा करते थे और जब वो वहां जॉब कर रहे थे तो उन्होंने सोचा क्यों ना खुद का कुछ startup किया जाए, इसी सोच के साथ वो Microsoft से जॉब छोडकर वापस भारत आ गये,
Mr. Bhavish Agarwal ने वापस आकर खुद का एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया जिसका नाम था “olatrip.com” इसका मकसद लोगों को “holidays package” देना था, जिसमें इन्होने “weekend breaks” और “short duration holidays” जैसे प्लान अपने site में लिस्ट किये लेकिन इनका ये आईडिया कुछ काम नही आया और किसी ने भी इनके इस पैकेज को लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई, 2010 में जब Delhi में “commenwealth games” चल रहे थे तो इन्होने वहां खुद जाकर लोगों को अपने पैकेज के बारे में बताया लेकिन किसी को भी उनका ये प्लान पसंद नहीं आया,
इस से Mr. Bhavish Agarwal हताश तो बहुत हुए लेकिन अब उन्होंने सोच लिया था की चाहे जो भी हो जाए मुझे अपने startup को एक सफल startup बनाना है, इस दोरान उनके पिताजी ने उन्हें समझाया था की तुम्हारे पास अच्छा अनुभव है तुम इन सब बिज़नेस के चक्कर में मत पड़ो MBA करलो और उसके बाद फिर बाद में देख लेना अपना बिज़नेस, उनके पिताजी को उनके बिज़नेस करने से कोई परेशानी नहीं थी बस उन्हें डर था की इतनी पढाई करने के बाद भी कहीं उनका बेटा सिर्फ एक ट्रेवल एजेंट ही बन के ना रह जाए,
फिर एक दिन जब वो “बैंगलोर” से “बांदीपुर” जा रहे थे तो गाड़ी के ड्राईवर ने आधे रस्ते में गाड़ी रोककर उनसे एक्स्ट्रा पैसे मांगे लेकिन जब उन्होंने उसे कुछ भी एक्स्ट्रा देने से इनकार कर दिया तो उसने उन्हें आधा रस्ते में उतार कर खुद चला गया और उस दिन उन्हें समझ आया की इंडिया में बिना जान पहचान के एक अच्छी कार सर्विस मिलना बहुत मुश्किल है और फिर कुछ टाइम बाद जब एक दिन वो अपने किसी कस्टमर को अपने प्लान के बारे में समझा रहे थे तो उसी बीच उस कस्टमर ने कहा की “यार मुझे ना नैनीताल जाना है कहीं से गाडी का इंतजाम हो जायेगा क्या”, और यहीं से उनके दिमाग में आया की लोगों को कहीं घूमने जाने के लिए उनकी किसी olatrip या फिर उनके पैकेज की जरूरत नहीं है, जरूरत है तो ऐसी कार सर्विस की जो लोगों को सस्ते दामों में मिल जाए
इसके बाद वो मुंबई आ गये और अपने दोस्त Mr. Ankit Bhati के साथ अपनी एक नयी वेबसाइट olacabs.com की शुरुआत की इस वेबसाइट का मकसद लोगों को सस्ते दामों में कार रेंट पे देना था ऑनलाइन कैब provide करने के 7 से 8 महीने बाद ही market में यह बात फैल गयी की olacabs.com करके एक कंपनी market में आई है जो लोगों की कार से related problems को सोल्व कर रही है, भारत में हर कोई कार नहीं ले पाता है और जिनके पास है तो वो daily के फ्यूल और पार्किंग चार्जेज से परेशान हो रखे हैं ऐसे में olacabs लोगों के लिए बहुत जरूरी हो गयी थी, इसके बाद 2012 में जब olacabs ने अपना मोबाइल app लांच किया तो ये लोगों में पूरी तरह से फैल गया, अब इन्वेस्टर को भी इसमें फायदा दिखने लगा, तो इसमे snapdeal के founder Mr. Kunal Bahal olacabs के एंजेल इन्वेस्टर बने और फिर इसके बाद shadi.com के founder Mr. Anupam Mittal ने भी इसमे इन्वेस्टमेंट की,
इसके बाद तो olacabs को market से बहुत सारे इन्वेस्टर से इन्वेस्टमेंट मिलने लग गयी थी, शुरूआती दिनों में olacabs के लिए जब गाड़ी या ड्राईवर नहीं मिलते थे तो कभी कभी Mr. Bhavish खुद किसी की गाड़ी को लेकर कस्टमर को pick up करने चले जाते थे, क्योंकी उन्हें पता था की अगर अपने इस छोटे से startup को पूरी दुनिया में फैलाना है खुद ग्राउंड लेवल में जाकर मेहनत करनी पड़ेगी और उनकी मेहनत के कारण ही आज olacabs एक छोटे से रूम से स्टार्ट होकर पूरे इंडिया में फैल चुकी है
आज olacabs इंडिया के 110 शहरों में काम कर रही है olacabs के पास 6 लाख से ज्यादा कार का नेटवर्क है ये कंपनी मुंबई में शुरू हुई थी लेकिन 2017 से इसका headqurater bangaluru में बन गया है olacabs का 2016 का total revenue $110 million dollar था.
Mr. Bhavish Agarwal के इतने succesful होने के बाद भी
आज तक उन्होंने अपने लिए कोई पर्सनल कार नहीं खरीदी वे दिन में कम से कम 2 से 3 बार olacabs का ही उसे करते हैं और उसके बाद खुद ही उसका रिव्यु भी देते हैं
तो दोस्तों आपको "Biography of Bhavish Agarwal founder of OLA Cabs" पर हमारी यह पोस्ट कैसी लगी कमेंट कर के अपनी राय जरूर दें
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