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दोस्तों आज हम bootstrapping के टॉपिक पर बात करने वाले हैं, ऐसे बहुत सारे entrepreneur हैं और companies हैं जो अपने startup के लिए bootstrap का इस्तेमाल करते हैं तो क्या आप जानते हैं की bootstrapping क्या होती है और एक startup के लिए इसके फायदे और नुकसान क्या हैं? आज हमने हमारी इस पोस्ट में bootstrapping के बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश की है
अगर आप bootstrapping से बिज़नेस को आगे बढ़ा रहे हो तो आपको उसमे बहुत सार ध्यान देना होता है, क्योंकी आपको खुद का experience उसे करना होता है खुद के contact बनाने होते हैं खुद ग्राउंड लेवल पर जाकर मेहनत करनी होती है और अगर आपके बिज़नेस में कोई angel investor invest करता है तो वो पैसों के साथ साथ अपना experience और contact भी शेयर करते हैं, लेकिन bootstrapping में आपको ये सब खुद से करना होता है
तो दोस्तों आपको "Bootstrapping" पर हमारी यह पोस्ट कैसी लगी कमेंट कर के अपनी राय जरूर दें
Bootstrapping
Bootstrapping –
दोस्तों bootstrapping का मतलब होता है की जब कोई entrepreneur बिना किसी “investor” से “investment” ले कर या फिर कहीं से लोन लिए बिना अपने खुद के दम से अपने खुद के पैसे और resources लगाकर अपना कोई बिज़नेस स्टार्ट करता हो और फिर जो उसको उस बिज़नेस से प्रॉफिट मिलता है उसे फिर से अपने उसी बिज़नेस में reinvestment करते हो और यह प्रक्रिया वह तब तक करता रहता है जब तक की वह अपने बिज़नेस को grow नहीं कर लेता है, बहुत सारे entrepreneur जब अपना बिज़नेस स्टार्ट करते हैं तो वो bootstrapping का ही यूज़ करते हैं और फिर धीरे धीरे जब उनका बिज़नेस grow होने लगता है तो वो bootstrapping रोक कर बाहर से investment लेते हैं, इसके बाद आप अपने बिज़नेस में “angel investor” या फिर “venture capitalists” को involve कर सकते हो, Bootstrapping अक्सर लोग इसलिए करते हैं की उनका आईडिया validate हो जाए, उन्हें market का experience और knowledge हो जाए, और अगर सब कुछ सही रहा तो वो external फाइनेंसियल की हेल्प ले सकें, bootstrapping का सबसे अच्छा उदाहरण अगर देखा जाए तो “go pro company” का हो सकता है,
Advantage of Bootstrapping –
दोस्तों क्योंकी आप bootstrapping में सारा अपना ही पैसा लगाओगे, सब कुछ आप खुद ही setup करोगे आपके खुद के capital रहेंगे तो पूरा का पूरा कण्ट्रोल कंपनी पर आपका ही रहेगा, जैसा की अगर आप “external financial help” लेते हो किसी से तो उसके बदले में आपको अपनी कंपनी की equity को देना होता है लेकिन अगर आप bootstrapping करते हो तो सारी equity आप की रहेगी
अगर आप bootstrap करोगे अपने बिज़नेस को तो उसमें सारा पैसा आपका लगेगा जिस से की आप उस पर ज्यादा अच्छी तरीके से ध्यान दोगे वहीँ अगर आप को किसी entrepreneur को “external financial help” मिल जाती है तो वो थोडा-सा “careless” हो जाता है, उसकी सोच बन जाती है की अब तो पैसा आ गया है तो सब कुछ हो जायेगा, जबकि अगर आपका अपना पैसा लगेगा तो आप ज्यादा care करोगे क्योंकी आपके पास resources कम हो जाते हैं जिस की आप पैसे को ज्यादा wisely यूज़ करते हो
bootstrapping में आप अपने आईडिया को आपके जितने भी कस्टमर हो उनसे फीडबैक लेकर velidate कर सकते हो, इसमे अगर आपका आईडिया fail भी हो जाता है तो आपको इतना ज्यादा कोई नुकसान नहीं होता है क्योंकी resources इतने ज्यादा नही लगे होते हैं
Disadvantage of Bootstrapping –
Bootstrapping के कुछ disadvantage भी होते हैं जिसमे की अगर आप अपना कोई startup bootstrapping से शुरू कर रहे हो तो आप ज्यादा फ़ास्ट अपने बिज़नेस को स्केल नहीं करा पाओगे, क्योंकी इसमे capital और resources लिमिटेड होते हैं
इसके अलावा अगर आप bootstrapping का यूज़ करते हो अपने बिज़नेस के लिए तो इसमे आपको खुद investment करना होता है और reinvestment के लिए आपको पहले अपने बिज़नेस में प्रॉफिट मिलना चाहिए अगर प्रॉफिट नहीं मिलता है तो आप reinvestment नहीं कर पाओगे
अगर आप bootstrapping से बिज़नेस को आगे बढ़ा रहे हो तो आपको उसमे बहुत सार ध्यान देना होता है, क्योंकी आपको खुद का experience उसे करना होता है खुद के contact बनाने होते हैं खुद ग्राउंड लेवल पर जाकर मेहनत करनी होती है और अगर आपके बिज़नेस में कोई angel investor invest करता है तो वो पैसों के साथ साथ अपना experience और contact भी शेयर करते हैं, लेकिन bootstrapping में आपको ये सब खुद से करना होता है
तो दोस्तों आपको "Bootstrapping" पर हमारी यह पोस्ट कैसी लगी कमेंट कर के अपनी राय जरूर दें
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